Monday, July 29, 2019

सुनहरी यादें जो सदा है अपनी

सुनहरी यादें जो सदा है अपनी

यूं तो महफिल में , पुराने दोस्तों की,
अनगिनत किस्से कहानियां
दोहराई जाती हैं बीते दिनों की,
मगर सबसे प्यारी तो यादें तो वह  होती है
जो अपने आस पास सदा रहती है ,
और कभी सपनों के रूप में,
अपनों के साथ कुछ पल गुज़ार देती हैं।

अकेले में अपने आप उभर आती हैं ,
ज़िंदगी के पलों को फिर से दोहराने
दूर ले जाती हैं दिल को बहलाने।
वो यादें जो ले जाती हैं बिना थकाए
बिना कोई कार,रेल या बस मैं बैठाए
परिवारों, गुरुजनों, साथियों से मिलाने।
उन लोगों के साथ सुनहरे पल बिताने
जो हम से दूर हो गए किसी बहाने।

कभी कभी उभर आती हैं
सुनहरी यादें, नई जगह की,
नए परिवार के नए लोगों नए रिश्तों की ।
बहुत दूर नई ज़िन्दगी बसाने की
जीवन साथी और बच्चों के साथ
बिताए अनगिनत अनमोल  पलों की।

बहुत खुशनुमा है यादें
उन दिनों की।
जो हज़ारों बच्चों के साथ
पढ़ने पढ़ाने में गुज़रे
अलग अलग चेहरे,अलग अलग अंदाज़।
कुछ भूल गए कुछ अचानक  आते  हैं याद।

याद आते है अलग अलग स्कूल
अलग अलग प्रोजेक्ट  और टूर ।
मॉक पार्लियामेंट, स्काउटिंग, मॉडल यू एन्न।
एग्जाम  और चीटिंग केसेज और कॉपी चैकिंग।
खट्टी मीठी यादें उन थकान भरे दिनो की जब काम का होता भार।
क्लास में की गई शरारतें
और फेयरवेल में मिला प्यार।

बहुत अनमोल होती हैं ये सब यादें,
रिटायर्ड ज़िन्दगी में खुशियां भर दें।
दूर कर देती हैं यह थकान।
मुश्किलों में ना आने देती
चेहरों पर कोई शिकन।
यादों के सहारे भर दें
ज़िन्दगी में ऊंची उड़ान
जैसे डोर कर सहारे पतंग की उड़ान।

बढ़ती उम्र को घटा कर
आधा कर दें यह यादे।
यह यादें हैं जो सदा अपनी है,
बहुत अनगिनत,बहुत अनमोल हैं।
इन को सदा दिल में संजोए रखना है
अगर अंत समय तक खुशहाल रहना है।

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